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किस्मत बदलने के लिए दुआओं की जरूरत होती है आंसू बहाने की जरूरत होती हैं यूं ही आफ़तें नहीं टलती रफ़ि सजदों में गिरकर गिड़गिड़ाने की जरूरत होती है MUSLIM SHAYERI
सच्चा रिश्ता बारिश जैसा नहीं होता*   *वह आता और जाता है।*   *सच्चा रिश्ता हवा की तरह होता है।*   *जो दिखाई नहीं देता लेकिन हमेशा साथ रहता है hindi qutes
मैं भविष्य के बारे में क्या सोचता है छोटी सी कहानी
हम ऐसे वक्त में जी रहे है जहाँ ड्रामे देखकर लोग रोते है और हक़ीक़त देखकर कहते है सब ड्रामा है MOTIVATION  SHAYAERI
जिन लोगों की कथनी और करनी में फर्क है ! उन पे ऐतमाद करना ही सबसे बड़ी बेवकुफी हे  muslim shayeri
आईना कहता है में सिर्फ चेहरे का हाल बता सकता हूं , दिल का हाल हरगिज़ नहीं दिल का हाल खुद बंदा यां खुदा जाने shayeri
मंज़िल का निशाँ मिल जाएगा पहले मंज़िल की जानिब क़दम तो बढ़ा कामयाबी क़दम चूमेगी पहले कुछ कर गुज़रने का हौसला तो बढ़ा
उजाले अपनी यादो के हमारे साथ रहने दो न जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाए
कोई भी दर्द इतना बड़ा नहीं जितना दर्द के पीछे की वजह बड़ी होती है ! कोई भी काम इतना बड़ा नहीं जितना काम के पीछे की सोच बड़ी होती है dard bhari shayeri
किसीकी आसुदगी देखकर हरगीज़ मत जला करो रब के खज़ाने भरे पड़े है तुम भी रब से मांगा करो islamic shayeri
सफ़र सिखाता है - एक पंक्ति में सफर सिखाता है इन्सान को अपने घर की अहमियत जिस घर में आराम से बैठे रहने को इन्सान कुछ भी नही समझता motivasan qutes
ख़्वाब से आँखों का रिश्ता बड़ा अजीब सा है आंखे बंद होते हुए भी ख्वाब देख लेती है imosnal shayeari
ज़लील आदमी को इज्ज़त देना इतना आसान नही है !   इसके लिए खुद को ज़लील होना पड़ता हैattitude shayari
हम पत्थर क्यों हो जाते हैं शायद सियाकारीयों में हम घेरे हुए हैं ! गुनाहों में वो सख्त तासीर हे  जो नाज़ुक दिल को पत्थर बना देती हैं islamic muslim qutes
गर तु शक का मरीज़ हे तो तेरा तबीब कोई नहीं ! हर मर्ज़ की दवा है मगर शक की दवा कोई नहीं  muslim islamic qutes
जगमगाए जुगनुओं से रात की तरीकियां ख़त्म नहीं होती अच्छे लहज़े से निकली हर बात सच्ची नहीं होती तुम्हें हक़ है दूध में पानी मिलाकर बेचो पर हमे मिलावट वाली चाय हज़्म नहीं होती islamic muslim shayeri
आप अपने किरदार को ना चाहते हुए भी ऐसा ना बनाइए की लोग न चाहते हुए भी आपसे नफरत करने लगे  etrgul gaazi qutes
Dur ho jana hi achha hai Jab kitne uthaya Sar Tanha Ho Jana hi Achcha hai Jab Majlis mein ho sar
कोशिश सिर्फ इतनी सी है की कोई हमसे नाराज ना हो ... बाकी नजर अंदाज़ करने बालो से तो नजरे हम भी नहीं मिलाते
हर किसीको ताना देने की हमारी आदत ही नहीं है हां जो ओकात भुल जाते हैं उनको याद दिला देते है
मत उठाओ किसीकी मजबुरी का फायदा , मजबुरी कभी तुम्हें भी धेर सकती हे ए नादां
अहमियत कम हो जाती है रिश्तों की जब गिरने लगते है लोग नज़रों से
DEMI MOORE STORY HINDI
आज की महंगाई और उस से निपटने में लोगो के मुह का पसीना टाँग तक रिसता जा रहा है
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