किसीकी आसुदगी देखकर हरगीज़ मत जला करो रब के खज़ाने भरे पड़े है तुम भी रब से मांगा करो islamic shayeri

किसीकी आसुदगी देखकर हरगीज़ मत जला करो रब के खज़ाने भरे पड़े है तुम भी रब से मांगा करो islamic shayeri

 किसीकी आसुदगी देखकर हरगीज़ मत जला करो रब के खज़ाने भरे पड़े है तुम भी रब से मांगा करो 


Kisiki asodgi dekhkar hargij mat jalla karo rab ke khajane bhare pade hI tum bhi rab se manga karo


Post a Comment

0 Comments