हम पत्थर क्यों हो जाते हैं शायद सियाकारीयों में हम घेरे हुए हैं ! गुनाहों में वो सख्त तासीर हे जो नाज़ुक दिल को पत्थर बना देती हैं islamic muslim qutes

 

हम पत्थर क्यों हो जाते हैं शायद सियाकारीयों में हम घेरे हुए हैं ! गुनाहों में वो सख्त तासीर हे  जो नाज़ुक दिल को पत्थर बना देती हैं islamic muslim qutes

हम पत्थर क्यों हो जाते हैं शायद सियाकारीयों में हम घेरे हुए हैं ! गुनाहों में वो सख्त तासीर हे  जो नाज़ुक दिल को पत्थर बना देती हैं 

Ham Pathar Kyon Ho Jaate Hain Shayad shiyakaryo Mein Ham Gire hue hain gunaho  mein vah sakhti hai jo Najuk Dil Ko Bhi Pathar banaa Deti Hai

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