*हर बात को खामोशी से मान लेना... ये भी एक अंदाज़ होता है नाराज़गी का साहब*   *दुवा मे याद* *सुप्रभात* har baat ko khamoshi Salman Khan shayeri

 

*हर बात को खामोशी से मान लेना... ये भी एक अंदाज़ होता है नाराज़गी का साहब*    *दुवा मे याद* *सुप्रभात* har baat ko khamoshi Salman Khan shayeri

*हर बात को खामोशी से मान लेना... ये भी एक अंदाज़ होता है नाराज़गी का साहब*  


*दुवा मे याद*

*सुप्रभात*



HARR BAAT KO KHAMOSHI SE MANLENA .. YE BHI AEK ANDAJ HOTA HAI NARAJ GI KA SHAB

DUEA ME YAAD RAKH NA

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