padosi ka haq अजिब है इंसान की आदत भी कोसों दूर का दर्द दिल मे लिए फिरता है मग़र करीब में पड़ोसी का हाल कोई नहीं जानता

padosi ka haq  अजिब है इंसान की आदत भी कोसों दूर का दर्द दिल मे लिए फिरता है मग़र करीब में पड़ोसी का हाल कोई नहीं जानता

 

अजिब है इंसान की आदत भी कोसों दूर का दर्द दिल मे लिए फिरता है मग़र करीब में पड़ोसी का हाल कोई नहीं जानता


Ajeeb Hai Insan ki Aadat bhi koso Dur ka dard Dil Mein Liye firta Hai Magar Kareeb Mein Padosi Ka Hal Koi Nahin jaanta

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