शब्द की पहचान एहले क़लम की तरतीब से होती है , वगर्ना बगैर तरतीब के तो हीरे भी अच्छे नहीं दीखते SHAYARI LOVERS SHAYERI

शब्द की पहचान एहले क़लम की तरतीब से होती है , वगर्ना बगैर तरतीब के तो हीरे भी अच्छे नहीं दीखते SHAYARI  LOVERS  SHAYERI

 शब्द की पहचान एहले क़लम की तरतीब से होती है , वगर्ना बगैर तरतीब के तो हीरे भी अच्छे नहीं दीखते ......

SHABD KI PHACHAN AHELE KALM KI TARBIB SE HOTI HAIN VARNA BAGAIR TARBIB KE TO HIRE BHI ACHHE NAHI DIKHTE


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