सिवाए एक शिकायत के इजहार उसके हर फैसले बहुत कुछ कहना था मगरको शायद यहीं मंजूर है DARD BHARI SAHYERI

सिवाए एक शिकायत के इजहार उसके हर फैसले बहुत कुछ कहना था मगरको शायद यहीं मंजूर है DARD BHARI SAHYERI



 सिवाए एक शिकायत के हमने

सब कुछ किया , इंतजार
इजहार उसके हर फैसले
पर एतबार भी किया ।
हक़ नहीं है ये याद है हमें
हर बार तेरी मर्जीयों का
सत्कार भी हमने किया
बहुत कुछ कहना था मगर
चलो अब जाने देते हैं नियति
को शायद यहीं मंजूर है

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